संजय गुप्ता/अंबिकापुर@ सरगुजा जिले के लुंड्रा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत गेरसा का जलाशय शनिवार सुबह अचानक संकट में आ गया.. बांध का करीब तीन मीटर चौड़ा हिस्सा धंसने से पानी तेज धार में बाहर निकलने लगा.. चरवाहों की सूझबूझ से बड़ी त्रासदी टल गई, लेकिन नीचे के खेतों में करीब 30 एकड़ फसल डूबने के खतरे से किसान सकते में हैं..
घटना सुबह करीब 9 बजे की है.. मवेशी चराने निकले चरवाहों ने पानी की असामान्य हलचल और तेज आवाज महसूस की.. पास जाकर देखा तो बांध के साइड गेट के पास मिट्टी खिसकने से बड़ा गड्ढा बन गया था, जहां से पानी तेजी से बह रहा था.. तुरंत ग्रामीणों को सूचना दी गई, जिससे गांव में हड़कंप मच गया..
सूचना मिलते ही जल संसाधन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन लगातार हो रहे कटाव और तेज बहाव के कारण तत्काल कोई बचाव कार्य शुरू नहीं किया जा सका.. विभागीय जांच में सामने आया है कि यदि रिसाव की स्थिति पर काबू नहीं पाया गया तो बांध का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो सकता है..
स्थानीय लोगों के अनुसार 1991 में बना यह डैम अब पूरी तरह जर्जर हो चुका है.. विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि यदि तुरंत मरम्मत और मजबूत सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए तो आसपास के गांवों में जलभराव के साथ ही फसलों और जन-धन की भारी हानि हो सकती है..