संजय गुप्ता/रायपुर@ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर स्थित एम्स में मध्य भारत के पहले रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम “देव हस्त” का शुभारंभ करते हुए इसे प्रदेश की चिकित्सा सेवाओं में एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया.. उन्होंने कहा कि यह आधुनिक तकनीक प्रदेश की जनता को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी और एम्स रायपुर उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाओं के लिए निरंतर अग्रसर है..
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एम्स में भर्ती मरीजों के परिजनों के ठहरने के लिए सर्व-सुविधायुक्त परिजन निवास निर्माण की घोषणा की.. उन्होंने कहा कि दूर-दराज से आने वाले मरीजों के परिजनों के लिए यह सुविधा अत्यंत आवश्यक है.. सांसद रहते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री राहत कोष से मरीजों की मदद के लिए करोड़ों रुपये उपलब्ध कराए थे, और आज भी जनसेवा उनके लिए प्राथमिकता है..
मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के समय केवल एक मेडिकल कॉलेज था, जबकि अब प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं.. नवा रायपुर में 5,000 बिस्तरों की मेडिसिटी का निर्माण कार्य प्रगति पर है.. साथ ही, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना और वय वंदन योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर और वृद्ध मरीजों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है..
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा में रोबोटिक सर्जरी का विशेष महत्व है और इससे इलाज की गुणवत्ता व क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी.. उन्होंने यह भी घोषणा की कि जल्द ही रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में भी रोबोटिक सर्जरी सुविधा शुरू की जाएगी..
कार्यक्रम में ‘देव हस्त’ नामकरण प्रतियोगिता की विजेता ज्योत्स्ना किराडू को 5,000 रुपये का पुरस्कार दिया गया.. एम्स रायपुर के निदेशक डॉ. अशोक जिंदल, विभागाध्यक्ष डॉ. देवज्योति मोहंती, चिकित्सा छात्र और अन्य गणमान्यजन कार्यक्रम में उपस्थित रहे..
यह पहल छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को उच्चतम स्तर पर पहुँचाने और गंभीर रोगों के उपचार में नये मानक स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है..