
संजय गुप्ता/बलरामपुर@ बलरामपुर रामानुजगंज रामानुजगंज के मां महामाया मंदिर के समीप स्थित एनीकट के ऊपर से पानी जाने के बावजूद भी लोग अपनी जान की बाजी लगाकर आज दिन भर आना जाना करते रहे.. कन्हर नदी की एक ओर छत्तीसगढ़ का रामानुजगंज एवं दूसरी ओर झारखंड का ग्राम गोदरमाना है.. एनीकट के ऊपर से पानी जाने के बावजूद लोग बेफिक्र होकर आना-जाना करते रहे..
गौरतलब है कि रविवार को रामानुजगंज एवं झारखंड के गोदरमाना में साप्ताहिक बाजार लगता है दोनों ओर भारी भीड़ रहती है..
छत्तीसगढ़ से झारखंड एवं झारखंड से छत्तीसगढ़ आने वाले सैकड़ो लोग आज एनीकट से ही आना-जाना करते रहे जबकि एनीकट के ऊपर से पाली जाने कारण एनीकट से आना जाना काफी खतरनाक साबित हो सकता था.. कब अचानक पानी का बहाव तेज हो जाय कहा नहीं जा सकता.. थोड़ी सी भी असावधानी जान पर आ सकती थी नदी का जलस्तर थोड़ा सा भी बढ़ने से काफी खतरनाक साबित हो सकता था परंतु लोग बेफिक्र होकर आना-जाना करते रहे.. एनीकट के छत्तीसगढ़ की ओर एवं झारखंड की ओर आज साप्ताहिक बाजार के दिन दुकानें सजती है एनीकट दूरी को काफी घटा देता है ऐसे में लोग का आना-जाना प्रशासन के द्वारा लाख मना करने के बाद भी करते रहे..
8 वर्षों में 5 लोगों की जा चुकी है जान.. बीते 8 वर्षों में इसी एनीकट से आने-जाने के दौरान 5 लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है.. कई लोग एनीकट पार करने के दौरान बह गए थे जो मुश्किल से अपनी जान बचाएं थे.. सुरक्षा के मध्य नजर एनीकट को छत्तीसगढ़ एवं झारखंड की ओर से रास्ता को बंद कर दिया है परंतु उसके बाद भी लोग वैकल्पिक रास्ता से आना-जाना कर रहे हैं..
ऐसे में बेहद ही जरूरी है की छत्तीसगढ़ और झारखंड सीमा पर बने इस निकट पर सुरक्षा के मद्दे नजर सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि आने वाले समय में किसी भी अनहोनी से बचा जा सके..