
संजय गुप्ता/बलरामपुर_वाड्राफनगर@ जिले के वाड्रफनगर विकासखंड के बेबदी गांव में डायरिया ने भयावह रूप लेना शुरू कर दिया है.. पंडों जनजाति की एक महिला की मौत हो गई है, जबकि चार ग्रामीणों की हालत गंभीर बनी हुई है.. सभी को प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रेफर किया गया है..

जानकारी के अनुसार, गांव में उल्टी-दस्त की शिकायतें बढ़ने के बाद स्थिति बिगड़ गई.. स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पीड़ितों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया.. हालत नाजुक होने के चलते चार मरीजों को अंबिकापुर रेफर किया गया, जो सभी एक ही परिवार से हैं.. वहीं अन्य प्रभावित मरीजों का इलाज स्थानीय अस्पताल में जारी है..

ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में यह समस्या नई नहीं है.. हर साल बरसात के मौसम में दूषित पानी पीने से डायरिया फैलता है और लोग इसकी चपेट में आते हैं.. स्वच्छ पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था न होने से गांव बार-बार इस संकट से जूझना पड़ता है..
हालात की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अतिरिक्त मेडिकल टीम गांव में तैनात कर दी है.. अधिकारियों का कहना है कि प्रभावित क्षेत्र पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और ग्रामीणों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं..
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विशेष पिछडी जनजाति
Pvtgs, छत्तीसगढ़