संजय गुप्ता/बलरामपुर@ जिले के विकासखंड बलरामपुर अंतर्गत ग्राम लुत्ती में बीती रात डैम टूटने से हुए भीषण हादसे के बाद आज प्रदेश के कृषि मंत्री रामविचार नेताम स्वयं घटनास्थल पहुंचे.. उन्होंने प्रभावित क्षेत्र का मौके पर जाकर बारीकी से जायजा लिया और पीड़ित परिवारों से भेंटकर उनका दुख साझा किया.. मंत्री नेताम ने कहा कि संकट की इस घड़ी में शासन-प्रशासन पूरी मजबूती से उनके साथ खड़ा है और हरसंभव सहायता सुनिश्चित की जाएगी..

मंत्री नेताम ने अधिकारियों से चर्चा कर फसल क्षति, पशुहानि और मकान क्षति का ब्यौरा लिया.. उन्होंने पीड़ितों को आश्वस्त किया कि विस्तृत सर्वे कर शीघ्र ही नियमानुसार मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी.. उन्होंने मौके पर ही प्रभावित परिवारों को राहत राशि वितरित की.. इस दौरान कलेक्टर राजेन्द्र कटारा, पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर रमनलाल, स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

पीड़ितों को मिला तात्कालिक मुआवजा
मंत्री नेताम ने प्रभावित परिवार देवंती, संदीप और फुलमतिया को तत्काल सहायता राशि सौंपी.. इसके साथ ही पशुहानि के लिए गांगरेल को 64 हजार रुपये, कन्हाई को 37,500 रुपये, खिलबानुस को 32 हजार रुपये तथा फसल क्षति के लिए राजेश्वर सिंह को 8,500 रुपये, सुखदेव को 7,520 रुपये, सुरेश को 7,520 रुपये और संदीप को 1 लाख रुपये दिए गए.. कुल मिलाकर 2 लाख 57 हजार 40 रुपये की सहायता राशि पीड़ितों तक पहुंचाई गई..
मंत्री नेताम ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वयं हादसे की पूरी जानकारी ली है और स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी पीड़ित को मदद से वंचित न रखा जाए.. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रभावित परिवारों को अस्थायी आवास, भोजन, स्वच्छ पानी और चिकित्सकीय सुविधा तुरंत उपलब्ध कराई जाए..
राहत व बचाव कार्य जारी
हादसे के तुरंत बाद से ही जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.. घायलों को बेहतर इलाज के लिए चिकित्सालय भेजा गया है.. मंत्री नेताम ने अधिकारियों से कहा कि किसी भी पीड़ित को इलाज में कठिनाई न हो और आवश्यकतानुसार प्रशासन हर स्तर पर सहयोग करे.?
आवागमन बहाली की चुनौती
डैम टूटने से न केवल ग्रामीणों की फसल और पशुधन को भारी नुकसान हुआ है, बल्कि आधारभूत संरचना भी बुरी तरह प्रभावित हुई है.. बांध का पानी बह जाने से डाउनस्ट्रीम क्षेत्र में वर्ष 2014 में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्मित दो पुल और सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए.. पुल बह जाने से ग्रामीणों के आवागमन में भारी कठिनाई आ रही है..
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने तत्काल निर्देश जारी कर दोनों पुलों के स्थान पर अस्थायी डायवर्सन बनाने का कार्य प्रारंभ करवा दिया है.. प्रशासनिक टीम तेजी से कार्य में जुटी है और प्रयास है कि जल्द से जल्द ग्रामीणों को आवाजाही की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके ताकि दैनिक जीवन प्रभावित न हो..
सरकार पीड़ितों के साथ – नेताम
मंत्री रामविचार नेताम ने प्रभावितों से संवाद करते हुए कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई पूरी तरह संभव नहीं है, लेकिन राज्य सरकार पीड़ितों के पुनर्वास और सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करेगी.. उन्होंने दोहराया कि संकट की इस घड़ी में सरकार और प्रशासन पूरी मजबूती से उनके साथ खड़ा है..


मंत्री नेताम ने मौके पर ही प्रभावितों को आर्थिक सहायता प्रदान की।
- पशुहानि मुआवजा : गांगरेल को ₹64,000, कन्हाई को ₹37,500, खिलबानुस को ₹32,000।
- फसल क्षति मुआवजा : राजेश्वर सिंह को ₹8,500, सुखदेव को ₹7,520, सुरेश को ₹7,520।
- अन्य सहायता : संदीप को ₹1,00,000, देवंती व फुलमतिया को भी सहायता राशि प्रदान की गई।
- कुल ₹2,57,040 की राशि प्रभावितों तक पहुंचाई गई।
राहत एवं बचाव कार्य जारी
- जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय टीम लगातार कार्यरत।
- घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था।
- अस्थायी आवास, भोजन, पानी व स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश।
आवागमन बहाली की बड़ी चुनौती
डैम का पानी बहने से डाउनस्ट्रीम इलाके में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बने दो पुल और सड़क बह गए।
- कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने तुरंत अस्थायी डायवर्सन निर्माण का काम शुरू कराया।
- कार्य तेजी से प्रगतिरत, जल्द ही ग्रामीणों के लिए आवागमन बहाल होगा।
मंत्री नेताम का बयान
“यह आपदा अपूरणीय क्षति है, लेकिन राज्य सरकार हर संभव मदद सुनिश्चित करेगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी पीड़ित को सहयोग से वंचित न रखा जाए।”
बॉक्स न्यूज़
- हादसे में अब तक कई परिवार प्रभावित।
- दो महिलाओं की मौत, कई लोग घायल।
- दर्जनों मकान, फसल और पशुधन का नुकसान।
- प्रशासन ने पीड़ितों के लिए राहत शिविर बनाए।