संजय गुप्ता/बलरामपुर@ लुतिया बांध में प्रशासन की लापरवाही के चलते मृतकों और घायलों को उचित मुआवजा दिलाने तथा अन्य मांगों को लेकर आज खैरवार समाज ने तातापानी NH-343 धान खरीदी केंद्र के पास सैकड़ों लोगों के साथ चक्का जाम किया.. यह आंदोलन सर्व आदिवासी समाज के समर्थन में आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएँ, युवक और बुज़ुर्ग शामिल हुए..
चक्का जाम करीब एक घंटे तक रहा, जिससे सड़क पर यातायात प्रभावित हुआ.. आंदोलनकारियों ने प्रशासन से मृतकों के परिजनों को तत्काल मुआवजा देने, घायलों के इलाज की व्यवस्था कराने और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने की मांग की..
इस दौरान बलरामपुर के SDM ने मौके पर पहुँचकर प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि उनकी सभी मांगों को गंभीरता से लिया जाएगा और उन्हें सरकार तक पहुँचाया जाएगा.. SDM ने कहा, “आपकी पीड़ा हमारी पीड़ा है.. प्रशासन हर संभव मदद करेगा और आपकी माँगों पर शीघ्र कार्यवाही की जाएगी।”
चक्का जाम समाप्त होने के बाद यातायात सामान्य हो गया.. आंदोलनकारियों ने प्रशासन से जल्द समाधान की उम्मीद जताई है.. पूरे क्षेत्र में इस घटना को लेकर आक्रोश और चिंता का माहौल है.. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही से कई परिवार बर्बाद हो गए हैं और उन्हें तत्काल सहायता मिलनी चाहिए..
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष केपी सिंह मौके पर पहुंचे और कहा उचित मुआवजा की मांग करते हुए कहां की केवल यह प्राकृतिक आपदा नहीं है बल्कि जल संसाधन विभाग की घोर लापरवाही है.. यदि समय रहते इस बांध की मरम्मत कर दी गई होती तो आज यह स्थिति निर्मित नहीं होती.. इस पर तो तत्काल एसडीओ तथा EE को तत्काल निलंबित कर देना था.. इतना ही नहीं परिवार के प्रत्येक व्यक्ति तथा उनके परिजनों को उन्हें चतुर्थ श्रेणी में नौकरी देने तथा 10 – 10 लख रुपए मुआवजा राशि देने की मांग की है..