संजय गुप्ता/बलरामपुर@ कलेक्टरेट कार्यालय में जनता की सुविधा के लिए लाखों रुपये की लागत से स्थापित की गई लिफ्ट मशीन कुछ ही महीनों में बंद हो गई है.. लिफ्ट चालू होने से हर मंगलवार को आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम में दिव्यांग, बुजुर्ग और अन्य जरूरतमंदों को अधिकारियों तक पहुँचने में राहत मिली थी, लेकिन अब यह सुविधा ठप होने से उन्हें दोबारा सीढ़ियाँ चढ़कर जाना पड़ रहा है..

लिफ्ट के खराब होने से न केवल आम नागरिक बल्कि कार्यालय आने-जाने वाले अधिकारी और कर्मचारी भी परेशान हैं.. लिफ्ट चालू रहने के बाद अधिकांश लोग खुश थे और इसकी प्रशंसा करते थक नहीं रहे थे.. हर सप्ताह में समय सीमा बैठक, जनदर्शन और राजस्व से जुड़े मामलों के निपटारे के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण कलेक्टरेट पहुँचते हैं.. इनमें बुजुर्ग, महिलाएं और दिव्यांग शामिल हैं, पर कुछ ही महीने चलने के बाद से ही लिफ्ट मशीन बंद पड़ी हुई है और अब सिर्फ सफेद हाथी साबित हो रहा है..
स्थानीय लोगों का कहना है कि लिफ्ट लग जाने से दिव्यांग और बुजुर्गों को राहत मिली थी और साथ ही उनकी दैनिक गतिविधियाँ आसान हो गई थीं.. लेकिन अब लिफ्ट बंद होने के कारण अब सभी निराश है.. जनदर्शन में शामिल होने और यहां पहुंचते वाले लोगों ने नाराजगी भी जताई.. अब लंबे समय तक लिफ्ट बंद रहने से प्रशासन के प्रति विश्वास कमजोर हो रहा है..