संजय गुप्ता/बलरामपुर@ आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत भेलवाडीह स्थित लाइवलीहुड कॉलेज में चल रहे डिस्ट्रिक्ट प्रोसेस लैब प्रशिक्षण में शुक्रवार को कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम शामिल हुए.. इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष हीरामुनी निकुंज, उपाध्यक्ष धीरज सिंह देव, जनपद अध्यक्ष सुमित्रा चेरवा, कलेक्टर राजेन्द्र कटारा, पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर और जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे..
कार्यक्रम में मंत्री रामविचार नेताम ने स्वेच्छानुदान अंतर्गत 3 लाभार्थियों को 5 लाख 50 हजार रुपये का चेक भी प्रदान किया..

अपने संबोधन में मंत्री नेताम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का विजन वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है.. इस दिशा में सबका साथ, सबका विकास की भावना के साथ विभिन्न विकास योजनाएँ संचालित की जा रही हैं.. उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय को आगे बढ़ाए बिना इस लक्ष्य की प्राप्ति संभव नहीं है.. इसी उद्देश्य से भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर “धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष ग्राम अभियान” की शुरुआत की गई थी, जिसके बाद अब आदि कर्मयोगी अभियान को आगे बढ़ाया गया है..
मंत्री ने बताया कि अभियान की शुरुआत प्रदेश स्तर से हुई, जहाँ प्रतिनिधियों को भोपाल में प्रशिक्षण दिया गया.. इसके बाद जिला और अब ग्राम स्तर तक यह प्रक्रिया पहुँच रही है.. प्रशिक्षित ब्लॉक मास्टर ट्रेनर ग्राम पंचायत स्तर पर आदि सहयोगी और आदि साथी को प्रशिक्षित करेंगे.. उन्होंने कहा कि तीन स्तरों – आदि कर्मयोगी, आदि सहयोगी और आदि साथी – की संरचना से योजनाओं की सतत निगरानी और ग्राम स्तर पर उनका सही क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा..

कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने जानकारी दी कि बलरामपुर जिले के 421 जनजातीय बाहुल्य ग्राम इस अभियान में शामिल किए गए हैं.. राज्य और जिला स्तर पर प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया गया है तथा 4 से 6 सितंबर तक डिस्ट्रिक्ट प्रोसेस लैब आयोजित की जा रही है.. इसके बाद विकासखंड स्तर पर ब्लॉक ओरिएंटेशन होगा, जिसमें सभी विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि जोड़े जाएंगे.. ग्राम स्तर पर चयनित आदि सहयोगी और साथी क्लस्टर स्तर पर विलेज एक्शन प्लान तैयार करेंगे..
उन्होंने बताया कि 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक “आदि सेवा पर्व” का आयोजन किया जाएगा, जिसके तहत ग्राम स्तर पर समुदाय की सक्रिय सहभागिता से विकास योजनाएँ तैयार की जाएँगी..